💻Generation of Computer In Hindi
totecheasy.com |
➣About Generation of Computer in Hindi: वर्तमान समय में कम्प्यूटर मनुष्य के जीवन में बहुत ही अहम् भूमिका निभा रहा है क्योंकि आज हर क्षेत्र में प्रत्येक काम के लिए कम्प्यूटर का उपयोग किया जा रहा है। यदि किसी दिन कम्प्यूटर में कोई प्रॉब्लम आ जाती है या सर्वर बंद हो जाता है तो सारा का सारा काम ठप्प हो जाता है। वर्तमान कम्प्यूटर इलेक्ट्रॉनिक तकनीक पर आधारित हैं। इस इलेक्ट्रॉनिक तकनीक की शुरुआत 1946 में हुई थी। लेकिन कम्प्यूटर का इतिहास काफी पुराना है। क्या आप जानते हैं कि हजारों वर्ष पूर्व गणना करने के लिए बनाया गया यन्त्र अबेकस था जिसका उपयोग आज भी स्कूलों में गणना करने के लिए किया जाता है। तो आपको बता दें कि कम्प्यूटर की शुरुआत तो हजारों वर्ष पूर्व हो गयी थी लेकिन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के शुरू होते ही कम्प्यूटर की तकनीक में क्रांतिकारी परिवर्तन होने लगे और यही आज के कम्प्यूटर का आधार बने। समय समय पर कंप्यूटर की तकनीक में हुए इन्ही परिवर्तनों को पीढ़ियों में बाँट दिया गया है। इन्ही के बारे में हम आपको आगे समझाने जा रहे है
आज हम जो कंप्यूटर का प्रयोग करते हैं वह कंप्यूटर पांचवी पीढ़ी का कंप्यूटर है .इस कंप्यूटर के पहले भी कंप्यूटर की 4 पीढ़ियां है तो चलिए उनके बारे में भी विस्तार से जानते हैं.
1.कंप्यूटर की प्रथम पीढ़ी(First Generation Of computer)- 1940-1956ई.
कंप्यूटर की प्रथम पीढ़ी का प्रारंभ सन 1946 में जे पी एकर्ट और जॉन मोचली ने
ENIAC(Electronic numerical integrator and computer) नामक कंप्यूटर के निर्माण से किया था. फर्स्ट जेनरेशन के कंप्यूटर में
वैक्यूम ट्यूब का प्रयोग किया जाता था. इन Vaccum
tubes का आविष्कार सन 1904ई. में जान एंब्रोस फ्लेमिंग ने किया था ENIAC को छोड़कर और भी बहुत सारे कंप्यूटर फर्स्ट पीढ़ी में तैयार किए गए थे जिनके
नाम है
EDSEC(Electronic delay storage automatic calculator), EDVAC (electronic
discrete variable automatic computer) , UNIVAC (Universal automatic
computer) और UNIVAC -1 .
➢फर्स्ट जनरेशन की कंप्यूटर की विशेषताएं:-
1.स्टोरेज के लिए मैग्नेटिक ड्रम का प्रयोग किया जाता था.
2.बैच ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग किया जाता था.
3.स्पीड 333 माइक्रो सेकंड थी.
4.बायनरी नंबर 0 और 1 का प्रयोग किया जाता था .
5. सीमित मुख्य भंडारण क्षमता थी.
फर्स्ट जेनरेशन कंप्यूटर का उपयोग
1.फर्स्ट जनरेशन कंप्यूटर का मुख्य उपयोग वैज्ञानिक स्तर पर और बाद में सामान व्यापार सिस्टम में किया जाता था.
2.कंप्यूटर की द्वितीय पीढ़ी(second
Generation Of computer)- 1956-1963ई.
कंप्यूटर की
फर्स्ट जनरेशन
के बाद
सन 1956ई.
में vaccum tubes की जगह transistor का प्रयोग
करके एक
नया कंप्यूटर बनाया
गया .transistor का आविष्कार
विल्लियम शाकले
(william shockley) ने १९४७
ई. में
किया था.इस transistor का
प्रयोग द्वितीय
पीढ़ी के
computers में vaccum tubes के स्थान
पर किया
जाने लगा
.second जनरेशन के
computers में transistors के प्रयोग
के बाद
computers के speed में
बढ़ोत्तरी हुई
और उनके
आकार में
सुधार हुआ
.इस पीढ़ी
के computers प्रथम पीढ़ी
के कंप्यूटर से आकर में छोटे और अधिक शक्तिशाली
थे .इनमे
पहले के
मुताबिक कम
उर्जा की
खपत होती
थी .
➢सेकंड जनरेशन की कंप्यूटर की विशेषताएं:-
1. storage के लिए मैग्नेटिक core टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाता था .
2. speed 10 माइक्रो second थी जोकि फर्स्ट जनरेशन के कंप्यूटर से काफी हद तक बढ़िया थी .
3. vaccum tube की जगह पर transistor का प्रयोग हुआ .जिससे की आकार और speed दोनों में सुधर हुआ .
4. multi bag, रेमैनिंग ,टाइम शेयरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम्स का प्रयोग किया जाता था .
5. second जनरेशन के कंप्यूटर में असेंबली भाषा का प्रयोग किया जाता था .
➢सेकंड जेनरेशन कंप्यूटर का उपयोग :-
1. ब्यापक ब्याशायिक क्षेत्र में प्रोयोग किया जाता था .
2. इंजीनियरिंग डिजाइनिंग में भी प्रयोग किया जाता था .
3.कंप्यूटर की तृतीय पीढ़ी(third Generation Of computer)- 1964-1971ई.
तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर में इंटीग्रेटेड सर्किट का प्रयोग होने लगा था. जिससे कि कंप्यूटर सेकंड पीढ़ी के कंप्यूटर से और भी शक्तिशाली होने लगे थे. आईसी जिसे हम इंटीग्रेटेड सर्किट के नाम से जानते हैं का आविष्कार जैक
किल्बी ने किया था जोकि टेक्सास इंस्ट्रूमेंट कंपनी के अभियंता थे. कंप्यूटर के तृतीय पीढ़ी की शुरुआत सन 1964 ईस्वी में हुई इस पीढ़ी के कंप्यूटर ICL2903 ,ICL 1900, यूनीवैक 1108 और सिस्टम 1360 प्रमुख थे.
तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर में फोर्ट्रन और कोबोल भाषाओं का प्रयोग होता था. इन कंप्यूटर की गति 100 नैनो सेकंड थे. यह कंप्यूटर सेकंड पीढ़ी के कंप्यूटर से आकार में छोटे और गति में बहुत अधिक थे. इन कंप्यूटर्स में प्रथम और द्वितीय श्रेणी के कंप्यूटर की तुलना में कम बिजली की खपत होती थी.
➢थर्ड जनरेशन की कंप्यूटर की विशेषताएं:-
1. इनमें इंटीग्रेटेड सर्किट का प्रयोग होता था. जो कि ट्रांजिस्टर से शक्तिशाली होते थे.
2. इनमें स्टोरेज के लिए मैग्नेटिक कोर का प्रयोग किया जाता था.
3. इस पीढ़ी के कंप्यूटर की स्पीड 100 नैनो सेकंड थी,
4, इस पीढ़ी के कंप्यूटर में फोर्ट्रन और कोबोल जैसी भाषाओं का प्रयोग किया जाता था
5. इन कंप्यूटर में इनपुट और आउटपुट को नियंत्रित करने के लिए सॉफ्टवेयर उपलब्ध थे.
➢third जेनरेशन कंप्यूटर का उपयोग
थर्ड जेनरेशन के कंप्यूटर का उपयोग डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम, ऑनलाइन सिस्टम, रिजर्वेशन सिस्टम अधिकारियों में किया जाता था.
4 .कंप्यूटर की चतुर्थ पीढ़ी(fourth Generation Of computer)- 1971-1985ई.
प्रथम पीढ़ी, द्वितीय पीढ़ी, तृतीय पीढ़ी इन सभी पीढ़ियों को पीछे छोड़ कर चतुर्थ पीढ़ी के कंप्यूटर का आविष्कार हुआ इन कंप्यूटर के आविष्कार की शुरुआत सन 1971 से प्रारंभ हुई इस कंप्यूटर में बड़े पैमाने पर
इंटीग्रेटेड सर्किट और माइक्रोप्रोसेसर प्रयोग में लाए जाते थे इस कंप्यूटर फोर्ट्रन 77, पास्कल, एडीए, कोबोल 74 आदि भाषाओं का प्रयोग किया जाता था.जैसे :- IBM ,PC-XT,एप्पल II ,इंटेल 4004,
➢फोर्थ जनरेशन की कंप्यूटर की विशेषताएं:-
1. फोर्स जेनरेशन के कंप्यूटर में बड़े पैमाने पर इंटीग्रेटेड सर्किट और माइक्रो प्रोसेसर प्रयोग किए जाते थे
2. इन कंप्यूटर की स्पीड 300 नैनो सेकंड थी
3. इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर, व्यावसायिक उत्पादन और व्यक्तिगत उपयोग
2. इन कंप्यूटर की स्पीड 300 नैनो सेकंड थी
3. इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर, व्यावसायिक उत्पादन और व्यक्तिगत उपयोग
5. कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी(fifth Generation Of computer)- 1985 – अब तक
कंप्यूटर के फिफ्थ जेनरेशन की शुरुआत 1985 ईस्वी से प्रारंभ हुई 1985 से लेकर अब तक जितने भी कंप्यूटर बने हैं सब पांचवीं पीढ़ी के अंतर्गत आते हैं पांचवी पीढ़ी में कंप्यूटर वर्तमान के और आगे आने वाले कंप्यूटर तक
को शामिल किया गया है पांचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर को वैज्ञानिक AI के मद्देनजर विकसित करने के नए-नए तरीके विकसित करते हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग करके बनाए गए कंप्यूटर इतने उन्नत किस्म के होते हैं की यह कंप्यूटर खुद ब खुद समझ जाते है कि उन्हें करना क्या है.
अतः आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले कंप्यूटर का आकार भी काफी छोटा होता जा रहा है. अतः इस पीढ़ी के कंप्यूटर अभी आगे आते रहेंगे
➢फिफ्थ जनरेशन की कंप्यूटर की विशेषताएं:-
1.इस जनरेसन के कंप्यूटर में हम इंटरनेट चला सकते हैं .
2.इस जनरेशन के कंप्यूटर के प्रमुख उदाहरण डेस्कटॉप, लैपटॉप , मोबाइल,,, टेबलेट,,,, इत्यादि है.
1.इस जनरेसन के कंप्यूटर में हम इंटरनेट चला सकते हैं .
2.इस जनरेशन के कंप्यूटर के प्रमुख उदाहरण डेस्कटॉप, लैपटॉप , मोबाइल,,, टेबलेट,,,, इत्यादि है.
➤कंप्यूटर की पीढ़ी से रिलेटेड कुछ इंपोर्टेंट क्वेश्चंस
1.प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर में क्या प्रयोग किया जाता था :- वेक्यूम ट्यूब
2.द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटर में क्या प्रयोग किया जाता था :-ट्रांजिस्टर
3. तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर में क्या प्रयोग किया जाता था :- इंटीग्रेटेड सर्किट
4.चतुर्थ पीढ़ी के कंप्यूटर में क्या प्रयोग किया जाता था :- बड़े पैमाने पर इंटीग्रेटेड सर्किट/ माइक्रोप्रोसेसर
5. प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर किस वर्ष में विकसित हुए :- 1940-56
6.द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटर किस वर्ष में विकसित हुए :- 1956-63
7. तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर के विकसित हुए : 1964 से 1971
8. प्रथम पीढ़ी के अंतर्गत कौन से कंप्यूटर आते हैं :- ENIAC,UNIVAC,MARK-1
9. तृतीय पीढ़ी के अंतर्गत कौन से कंप्यूटर आते हैं :- IBM ,System /360 ,B6500
2.द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटर में क्या प्रयोग किया जाता था :-ट्रांजिस्टर
3. तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर में क्या प्रयोग किया जाता था :- इंटीग्रेटेड सर्किट
4.चतुर्थ पीढ़ी के कंप्यूटर में क्या प्रयोग किया जाता था :- बड़े पैमाने पर इंटीग्रेटेड सर्किट/ माइक्रोप्रोसेसर
5. प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर किस वर्ष में विकसित हुए :- 1940-56
6.द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटर किस वर्ष में विकसित हुए :- 1956-63
7. तृतीय पीढ़ी के कंप्यूटर के विकसित हुए : 1964 से 1971
8. प्रथम पीढ़ी के अंतर्गत कौन से कंप्यूटर आते हैं :- ENIAC,UNIVAC,MARK-1
9. तृतीय पीढ़ी के अंतर्गत कौन से कंप्यूटर आते हैं :- IBM ,System /360 ,B6500
Read more information of computer वो भी हिंदी में Click Here
0 Comments