History Of Computer
हिंदी मेंCHAPTER-4
totecheasy.com |
कंप्यूटर का इतिहास ( History of Computer ) हिंदी में जाने
|
कंप्यूटर शुरुआत कहां से हुई और क्यों हुई क्या वाकई में कंप्यूटर इन सभी कार्यों को करने के लिए बना था या इसका शिकार किसने किया और किस वजह से हुआ था आइए जानते हैं इस पोस्ट में हम आपको पूरी जानकारी बताएंगे
मानव के लिए गणना करना शुरू से ही कठिन रहा है मनुष्य बिना किसी मशीन के एक ही सीमित स्तर तक ही गणना कर सकता है ज्यादा बड़ी कैलकुलेशन करने के लिए मनुष्य मशीन पर निर्भर रहना पड़ता है इसी जरूरत को पूरा करने के लिए मनुष्य कंप्यूटर का निर्माण चालू किया और कंप्यूटर का निर्माण किया यानी गणना करने के लिए
अबेकस - 3000 वर्ष पूर्व
अबेकस इसका निर्माण लगभग 3000 वर्ष पूर्व चीन के वैज्ञानिकों ने किया था एक आयत कार फ्रेम में लोहे की छड़ों में लकड़ी की गोलियां लगी रहती थी जिनके ऊपर नीचे करके गणना या कैलकुलेशन की जाती थी जानिया बिना बिजली के चढ़ने वाला पहला कंप्यूटर था वास्तव में यह काम करने के लिए आपको हाथों का ही निर्भर था
ऐंटीकाईथेरा तंत्र - 2000 वर्ष पूर्व
असल में एंटीकाईथेरा एक खगोलीय केलकुलेटर था जिसका प्रयोग प्राचीन यूनान में सौर और चंद्र ग्रहण को ट्रैक करने के लिए किया जाता था एंटीकाईथेरा तेरा यंत्र लगभग 2000 साल पुराना है, वैज्ञानिकों को या यंत्र 1901 में एंटीकाईथेरा द्वीप पर पूरी तरह से नष्ट हो चुके जहाज छिड़ अवस्था में प्राप्त हुआ था इसी कारण इसका नाम एंटीकाईथेरा तेरा सिस्टम पड़ा था तभी से विज्ञानिक इसे डिकोड करने में लगे थे और लंबे अध्ययन के बाद अब इस कंप्यूटर को डिकोड कर लिया गया है या मशीन ग्रहों के साथ ही आकाश में सूरज और चांद की स्थिति दिखाने का काम करती है
पास्कलाइन (Pascaline) - सन् 1642
अबेकस के बाद निर्माण हुआ पास्कलाइन का अबेकस से अधिक गति से गणना करता था इसे गणित के विशेषज्ञ ब्लेज पास्कल ने सन् 1642 में बनाया यह पहला मेकेनिकल केलकुलेटर था इसे मशीन को (Adding Machine) एडिंग मशीन कहा जाता था
अबेकस के बाद निर्माण हुआ पास्कलाइन का अबेकस से अधिक गति से गणना करता था इसे गणित के विशेषज्ञ ब्लेज पास्कल ने सन् 1642 में बनाया यह पहला मेकेनिकल केलकुलेटर था इसे मशीन को (Adding Machine) एडिंग मशीन कहा जाता था
जुसे जेड - 3 - सन् 1941
महान विज्ञानिक कोनार्ड जुसे" नें "Zuse-Z3" एक नामक एक अद्भुत यंत्र का आविष्कार किया जो कि द्वि-आधारी अंक गणित की गणनाओ (Binary Arithmetic) को एवं चल बिंदु अंक गणितगणनाओ (Floating point Arithmetic) पर आधारित सर्वप्रथम इलेक्ट्रिक कंप्यूटर था
डिफरेंज इंजन (Difference Engine) - सन् 1822
डिफरेंस इंजन सर चार्ल्स बैबेज द्वारा बनाया ऐसा यंत्र था जो सटीक तरीके से गणनायक कर सकता था इसका आविष्कार सन 82 में किया गया था इसमें प्रोग्राम स्टोरेज के लिए एक के पंच कार्ड का इस्तेमाल किया जाता था या भाप से चलता था इसके आधार ही आज के कंप्यूटर बनाए जा रहे हैं इसलिए चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का जनक कहते हैं
मैनचेस्टर स्माल स्केल मशीन (SSEM) - सन् 1948
(SSEM) पहला ऐसा कंप्यूटर था जो किसी भी प्रोग्राम को वेक्यूम ट्यूब मैं सुरक्षित रख सकता था इसका निक नेम बेबी रखा गया था इसे बनाया था फ्रेडरिक विलियम्स और टॉम किलबर्न ने
अनिएक - सन् 1946
अमेरिका की एक मिलिट्री रिसर्च रूम ने "ENIAC" मशीन जिसका अर्थ (Electronic Numerical Integrator And Computer) का निर्माण किया "ENIAC" दशमलव अंकगणितीय प्रणाली (Decimal Arithmetic system ) पर कार्य करता था बाद में "ENIAC" सर्वप्रथम कंप्यूटर के रूप में प्रसिद्ध हुआ जो कि आगे चलकर आधुनिक कंप्यूटर के रूप में विकसित हुई
➤अब आगे हमलोग जानेंगे Computer Generation के बारे में
Next Part में
Click Here To Next Part
0 Comments